
सितंबर में शनि रहेंगे वक्री, शनि साढ़े साती और ढैय्या से पीड़ित इन 5 राशियों पर पड़ेगा प्रभाव
कहते हैं कि शनि जातक को उसके कर्म के हिसाब से फल देते हैं। यानी अच्छे कर्मों का फल अच्छा और बुरे कर्मों का फल बुरा। वर्तमान में कुल 5 राशियां शनि की महादशा से पीड़ित हैं। शनि इस समय मकर राशि में गोचर कर रहे हैं। सितंबर महीने में शनि मकर राशि में वक्री यानी उल्टी चाल चलेंगे। शनि की मकर, तुला, कुंभ, धनु और मिथुन राशि पर दृष्टि है। धनु, मकर, और कुंभ राशि वालों पर शनि की साढ़े साती का असर है, जबकि मिथुन और तुला राशि वालों पर शनि ढैय्या का प्रभाव है-
मिथुन– मिथुन राशि वालों पर शनि की ढैय्या चल रही है। इस दौरान आपकी कुछ मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इस महीने आपको अचानक धन लाभ हो सकता है, कभी आर्थिक नुकसान के योग बनेंगे। नौकरी पेशा वाले जातकों को शनि की दशा से राहत मिलने के कारण आय में वृद्धि के योग बनेंगे। 15 सितंबर तक गुरु के मकर राशि में आने से आपको आर्थिक नुकसान हो सकता है।
तुला- तुला राशि वालों पर शनि की ढैय्या का प्रभाव है। इस पूरे महीने चतुर्थ भाव में बैठे शनि की दशम भाव में दृष्टि है। इस महीने आपको ज्यादा मेहनत करनी पड़ सकती है। 15 सितंबर से गुरु भी वक्री चाल से चतुर्थ भाव में आ जाएंगे। गुरु की दृष्टि शनि पर दशम भाव से होगी। इस दौरान नौकरी-पेशा वाले जातकों को शुभ समाचार मिल सकता है।
धनु– धनु राशि वालों पर शनि की साढ़े साती का प्रभाव है। आपके लिए यह महीना शुभ रहेगा। आपको भाग्य का साथ मिलेगा। आपके रुके हुए काम पूरे होंगे। शनि की दशा से आपको थोड़ी राहत मिल सकती है। शनि की साढ़े साती का धनु राशि पर अंतिम चरण चल रहा है।
मकर- मकर राशि वालों पर शनि की साढ़े साती चल रही है। सितंबर में आपको करियर में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। 14 सितंबर के बाद गुरु के वक्री अवस्था में आने से आपके बिगड़े काम बनेंगे। व्यापारियों को मुनाफा हो सकता है। आप पर शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण चल रहा है।
कुंभ– आपके ऊपर शनि की साढ़े साती का पहला चरण चल रहा है। यह महीना आपके करियर के लिए शुभ साबित होगा। नौकरी-पेशा वाले जातकों को तरक्की मिल सकती है। 15 सितंबर तक शनि-गुरु के व्यय भाव में आने से आपके खर्चे बढ़ सकते हैं