
सूर्य का कन्या राशि में प्रवेश, इन 4 राशिवालों को 17 अक्तूबर तक होगी परेशानी
सूर्य कल 17 सिंतबर 2021 को कन्या राशि में प्रवेश कर चुके हैं। जहां ये पहले से ही विराजमान मंगल और बुध के साथ युति करेंगे। इस राशि पर सूर्य 17 अक्टूबर 2021 तक स्थित रहेंगे। उसके बाद तुला राशि में गोचर करेंगे। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रह सिंह राशि के स्वामी हैं। ये तुला राशि में नीच के माने जाते हैं और मेष राशि में उच्च के होते हैं। सूर्य देव उच्च पद प्रतिष्ठा, मान-सम्मान, राजा, नेतृत्व, सरकारी नौकरी, पिता, आत्मा के प्रतीक माने जाते हैं। ज्योतिष विज्ञान में सूर्य जब एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करता है तो इसे संक्रांति कहते हैं। कन्या संक्रांति की अवधि में सभी राशियों को शुभ-अशुभ परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। किंतु चार राशि के जातकों को इस दौरान काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं ये चार राशियां कौन-कौनसी हैं और इन राशिवालों को किस तरह के परेशानियों का सामना करना पड़ेगा-
मिथुन राशि
इस अवधि में किसी न किसी कारण से पारिवारिक कलह एवं मानसिक अशांति का सामना भी करना पड़ेगा। मित्रों तथा संबंधियों से भी अप्रिय समाचार प्राप्ति के योग। जमीन जायदाद से जुड़े मामलों का निपटारा होगा। वाहन आदि का क्रय भी करना चाह रहे हों तो अवसर अनुकूल रहेगा। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में प्रतीक्षित कार्य संपन्न होंगे। उच्चाधिकारियों से भी सहयोग बढ़ेगा।
तुला राशि
यह गोचर आपके लिए बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता, स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। कष्ट कर यात्राएं भी करनी पड़ सकती है। मित्रों से भी अप्रिय समाचार प्राप्ति के योग। झगड़े विवाद तथा कोर्ट कचहरी से संबंधित मामले बाहर सुलझा लेना समझदारी होगी। यात्रा सावधानी पूर्वक वाहन दुर्घटना से बचें। विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा नागरिकता के लिए किया गया प्रयास असफल रहने के योग। लेन-देन के मामलों में सावधानी बरतें।
मकर राशि
इस अवधि में उतार-चढ़ाव की अधिकता रहेगी। हो सकता है कार्य आरंभ में कुछ बाधा का सामना करना पड़े किंतु हताश न हो अंततः सफलता आपको ही मिलेगी। धर्म एवं अध्यात्म के प्रति गहरी रूचि रहेगी। सामाजिक सेवा, धार्मिक ट्रस्टों तथा अनाथालय आदि में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे और दान पुण्य भी करेंगे।
कुंभ राशि
सामाजिक संगठनों द्वारा किसी बड़े सम्मान की भी घोषणा हो सकती है। स्वास्थ्य पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। वाहन सावधानी पूर्वक चलाएं, दुर्घटना से बचें। परिवार में भी अलगाववाद की स्थिति उत्पन्न न होने दें। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों को परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए और कठिन प्रयास करने होंगे।