
अब आंसुओं से हो सकेगी कोरोना की टेस्ट
उत्तर प्रदेश में 60 मरीजों की आंख में लाली थी। उनके आंसुओं की आरटीपीसीआर जांच की गई। परिणाम वही आया जो नाक व गले के स्वाब की जांच में मिला। 20 में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी। शेष की रिपोर्ट निगेटिव आई।
अब उन मरीजों के आंसुओं की होगी जांच, जिनकी आंखाें में नहीं होंगे लक्षण
माइक्रोबायोलाजी विभाग अब ऐसे मरीजों के आंसुओं की जांच की तैयारी कर रहा है, जिनके गले व फेफड़ों में संक्रमण हो लेकिन आंख में कोई लक्षण न हों। यदि इनके आंसुओं में भी कोरोना वायरस की पुष्टि हुई तो कोरोना जांच का एक नया तरीका विकिसित हो सकेगा।
इस अध्ययन की रिपोर्ट इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) को भेजी जाएगी। हालांकि अभी इसके बारे में आइसीएमआर काे जानकारी नहीं है। आइसीएमआर के प्लानिंग कोआर्डिनेटर डा. रजनीकांत ने कहा कि अभी हमने आंसुओं से आरटीपीसीआर जांच नहीं की है और न ही इस जांच को वैधता दी गई है।