जिस स्तर पर पहुंचने में डेल्टा-बीटा को 100 दिन लगे, ओमिक्रॉन 10 दिन में पहुंचा,500% तेज
ओमिक्रॉन दुनिया के 29 देशों में 373 लोगों में मिल चुका है, जिनमें सर्वाधिक 183 दक्षिण अफ्रीका के हैं। इसकी तेजी का अंदाजा इस बात से होता है कि दक्षिण अफ्रीका में बीटा वैरिएंट 50 प्रतिशत मामलों में और डेल्टा को 75 प्रतिशत मामलों में मिलने में 100 दिन लगे थे, लेकिन ओमिक्रॉन महज 10 दिन में 80 प्रतिशत मामलों में मिलने लगा है। इसलिए इसे बाकी वायरस वैरिएंट्स से 500% तेज माना जा रहा है।
स्पाइक प्रोटीन ज्यादा शक्तिशाली
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार मानव कोशिकाओं से चिपकने में मदद करने वाले स्पाइक प्रोटीन इस वेरिएंट में ज्यादा शक्तिशाली हैं, इसलिए यह ज्यादा तेजी से फैल रहा है। आशंका है कि इसकी म्यूटेशन की रफ्तार भी दोगुनी हो सकती है।
हल्के से गंभीर श्रेणी के मरीज
डब्ल्यूएचओ के अनुसार ओमिक्रॉन के मरीज हल्के से गंभीर श्रेणी के कोविड-19 मरीज बन रहे हैं। हमेशा की तरह संभलते हुए संगठन ने कहा कि अभी वायरस की घातकता पर निष्कर्ष देना जल्दबाजी होगी। लेकिन दक्षिण अफ्रीका से मिले शुरुआती डाटा ने संकेत दिए हैं कि यहां अस्पताल में भर्ती होने वालों की तादाद तेजी से बढ़ी है।