
कोरोना के चलते आरएसएस ने जुलाई तक सभी कार्यक्रम किए स्थगित
कोरोना संक्रमण के कारण फैली महामारी को देखते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने बड़ा फैसला लिया है। आरएसएस ने सभी प्रांतों में चलने वाले प्रशिक्षण वर्ग सहित जुलाई तक सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए।
अब स्थानीय स्तर पर संघ के अधिकारियों का प्रवास होगा। अखिल भारतीय स्तर से लेकर प्रांत, विभाग और जिला स्तर की बैठकें ऑनलाइन होंगी। स्वयंसेवकों का पूरा ध्यान सेवा कार्य पर है।
संघ सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले ने कहा कि समाज की जरूरतों की पूर्ति के लिए स्वयंसेवक हमेशा की तरह इस बार भी देश में सेवा कार्य में लगे हुए हैं।उन्होंने कहा, इस बार प्रथम एवं द्वितीय वर्ष का प्रशिक्षण शिविर मई से लेकर जून तक होना था। अब जुलाई महीने में कोरोना की स्थिति को देखते हुए निर्णय लिया जाएगा कि इस बार प्रशिक्षण शिविर आयोजित करना है या नहीं।
होसबले ने बताया कि संक्रमण के कारण पिछले साल भी प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष का प्रशिक्षण शिविर स्थगित कर दिया गया था। संघ के प्रमुख उत्सवों में से एक गुरुपूर्णिमा का उत्सव 24 जुलाई को है। जुलाई तक सभी कार्यक्रम स्थगित होने के कारण उत्सव के आयोजन पर असर पड़ सकता है। हर साल देश के 90 स्थानों पर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय वर्ष का प्रशिक्षण शिविर लगाया जाता है। जिसमें 20 से 25 हजार के लगभग स्वयंसेवक प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। यह 20 से 25 दिनों का होता है।
हर बार नागपुर में आयोजित तृतीय वर्ष का प्रशिक्षण शिविर इस बार पहले से नवंबर में तय कर दिया गया है, जो प्रति वर्ष जून माह में होता है। इन प्रशिक्षण शिविरों में स्वयंसेवकों को आरएसएस की रीति नीति, शाखा लगाने की पद्धति, बोलने की क्षमता आदि विकसित की जाती है।