नागपूर के व्यापारियों पर सीबीआई का छापा,बैंक से 36 करोड़ की ठगी का मामला
नागपूर दिनांक 15 जुलाई ( महानगर प्रतिनिधी )
सीबीआई की मुंबई ब्रांच ने गुरुवार को नागपुर के लोहा व्यापारियों पर छापेमारी की. यूनियन बैंक से 35.89 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में यह छापेमारी होने की जानकारी है.
2 दिन पहले सीबीआई मुंबई ने यूनियन बैंक के मैनेजर की शिकायत पर मुंबई की परमशक्ति स्टील लिमिटेड कंपनी और संचालकों के खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र के तहत बैंक से धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज किया था.
आरोपियों में रेशिमबाग निवासी पंकज अक्षयकुमार रांका, बगड़गंज निवासी सुमित आहूजा, मुंबई निवासी राजेंद्रकुमार चौधरी, पराग विपिन शाह, अरबिंदरसिंह घुरा और सुशीलकुमार धाम का समावेश है. ये सभी कंपनी डायरेक्टर हैं. इस संबंध में गुरुवार को मुंबई, ठाणे और नागपुर सहित 10 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की गई. 2 टीमें गुरुवार की सुबह नागपुर पहुंचीं. रांका और आहूजा के घर पर एक साथ दबिश दी गई. धोखाधड़ी से संबंधित दस्तावेज जब्त किए गए. फिलहाल किसी की गिरफ्तारी होने की जानकारी नहीं है. सीबीआई की नागपुर ब्रांच को इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी गई.
एसपी सलीम खान को भी मीडिया के जरिए छापेमारी का पता चला. परमशक्ति स्टील कंपनी ने यूनियन बैंक से कैश क्रेडिट की मांग की थी. दस्तावेजों की पूर्तता नहीं होने के कारण उन्हें सीसी नहीं मिली. व्यापार में घाटा होने की जानकारी देने पर 40 करोड़ रुपये का लेटर ऑफ क्रेडिट जारी किया गया. कंपनी ने सारी रकम डुबा दी.
कंपनी की तरफ से बैंक को हिंदूस्तान रोडवेज की मोटर लॉरी रिसिप्ट दी गई थी. रकम डूबने के बाद ऑडिटर ने जांच शुरू की जिसमें पता चला कि कंपनी ने जो 19 लॉरी रिसिप्ट बैंक को दी थीं वे सभी फर्जी थीं. गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन की जांच करने पर पता चला कि सारे दुपहिया वाहन, कार और थ्री सीटर ऑटो के नंबर हैं. ऑडिटर की जांच के बाद सीबीआई से शिकायत की गई. इस तरह का फ्राड पहले भी हो चुका है