फायरिंग मामले में नेता पुत्र जेल में, पोलीस के 4 कर्मचारियों पर कारवाई
नागपूर दिनांक 1 जुलाई ( शहर प्रतिनिधी)
विवेकानंदनगर इलाके में बीते रविवार को हुई फायरिंग के मामले में पुलिस ने बजरंग दल के नेता राजकुमार शर्मा, उनके बेटे यश शर्मा, भाई अनिल शर्मा, विकास शर्मा, सौरभ कुलकर्णी, अमन और एक नाबालिग के खिलाफ भी हत्या के प्रयास सहित विविध धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. बुधवार की रात ही पुलिस ने यश को गिरफ्तार कर लिया था.
गुरुवार को उसे पुलिस कस्टडी के लिए न्यायालय में पेश किया गया लेकिन अदालत ने यश को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. इस बीच प्रकरण में लापरवाही बरतने वाले धंतोली थाने के 4 कर्मचारियों को भी हेड क्वार्टर रवाना कर दिया गया है. यश और फरियादी आनंद ठाकुर (26) के बीच पुरानी रंजिश चल रही थी.
बीते रविवार को यश ने आनंद को फोन करके गालीगलौज कर धमकाया था. इसीलिए आनंद अपने दोस्त प्रिंस सिंह के साथ विवेकानंदनगर स्थित यश के एसके एजुकेशन नामक कार्यालय के सामने पहुंचा. वह ऊपर जा ही रहा था कि गैलरी से यश ने फायरिंग शुरू कर दी.
इसी दौरान राजकुमार, अनिल, विकास, सौरभ और अमन सहित नाबालिग नीचे उतरे. सभी ने आनंद को पकड़कर पीटना शुरू कर दिया. यश ने उस पर पिस्तौल तान दी और जान से मारने की कोशिश की. किसी तरह जान बचाकर आनंद वहां से भागा और घटना की जानकारी पुलिस को दी.
धंतोली पुलिस मौके पर पहुंची. बताया जाता है कि पहले दोनों पक्षों में समझौता हो गया था और इसीलिए एनसी से मामला निपट गया. लेकिन बुधवार को ठाकुर ने सीपी अमितेश कुमार से मिलकर शिकायत की.
धंतोली पुलिस पर दबाव डालने का आरोप लगाया और पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी. सीपी ने तुरंत डीसीपी संदीप पखाले को जांच के आदेश दिए. दूसरे थाने से दल बुलाकर यश को गिरफ्तार किया गया. थाने के दोनों इंस्पेक्टर को कंट्रोल रूम भेजा गया. गुरुवार को 4 कर्मचारियों को भी हेड क्वार्टर में संलग्नित कर दिया गया.