
गीता प्रेस ट्रस्ट के अध्यक्ष राधेश्याम खेमका का निधन
गीता प्रेस की मासिक पत्रिका ‘कल्याण’ के संपादक और गीता प्रेस ट्रस्ट के अध्यक्ष राधेश्याम खेमका का शनिवार को निधन हो गया। उन्होंने अपनी अंतिम सांस वाराणसी के केदारघाट पर ली। शनिवार को ही देर शाम आठ बजे काशी में गंगा घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। 86 वर्षीय राधेश्याम बीते कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे।
गीता प्रेस से कल्याण पत्रिका का प्रकाशन 1926 में शुरू हुआ। पत्रिका के प्रथम संपादक भाईजी हनुमान प्रसाद पोद्दार थे। 1982 से राधेश्याम खेमका की देखरेख में कल्याण का प्रकाशन हो रहा है। अब तक इसकी 16 करोड़ 20 लाख प्रतियां छप चुकी हैं। पांच सौ आठ पृष्ठों के इस बार के विशेषांक में महापुरुषों के बोध परख जीवन प्रसंग, प्रेरणाप्रद लघु बोध कथाएं, विभिन्न धर्म एवं संस्कृतियों की प्रेरक बोध कथाएं, लोक जीवन की बोध कथाएं, आध्यत्मिक बोध कथाएं, आर्ष साहित्यकी बोध कथाएं, कर्म सिद्धांत बोध कथाएं, नीति परख बोध कथाएं आदि शामिल हैं।
गीता प्रेस में आयोजित हुई श्रद्धांजलि सभा
उनके निधन से गीता प्रेस समेत धर्म-कर्म से जुड़े क्षेत्र के लोगों में शोक की लहर दौड़ गई। निधन की सूचना मिलने के बाद गीता प्रेस में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें प्रेस के कर्मचारियों ने उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना की।