इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और किंग्सवे हॉस्पिटल मिलकर मना रहा है वर्ल्ड डायबिटीज़ डे
नागपुर 11 नवंबर ( विशेष प्रतिनिधि)
जहां 14 नवंबर करीब आ रहा है, वहीं इस दिन शहर का किंग्सवे हॉस्पिटल, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, नागपुर के साथ मिलकर सबसे खास तरीके से वर्ल्ड डायबिटीज़ डे मनाने की तैयारी कर रहा है।
इस साल वर्ल्ड डायबिटीज डे की थीम इंसुलिन की खोज की 100वीं वर्षगांठ के साथ जुड़ी हुई है। इंसुलिन डायबिटीज़ के साथ रह रहे लोगों के लिए एक जीवनरक्षक दवा है। इस अवसर पर मेडिकल प्रोफेशनल्स और हेल्थ केयर कार्यकर्ताओं जैसे नर्सिंग स्टाफ और आम जनता के लिए दिन भर अनेक प्रेरणादायक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
इस दिन की शुरुआत एक साइकिल रैली से होगी, जिसमें डायबिटीज़ में व्यायाम के महत्व को दर्शाया जाएगा और इसे बढ़ावा दिया जाएगा। नागपुर शहर के मेयर दयाशंकर तिवारी इस साइकिल रैली को हरी झंडी दिखाएंगे। इसमें अलग-अलग श्रेणियों में अनेक आकर्षक पुरस्कार रहेंगे और अलग से भी इंतजाम किए जाएंगे ताकि हर प्रतिभागी इस कार्यक्रम का आनंद ले सकें। इस रैली का आयोजन सुबह 6 से 8 बजे तक किया जाएगा।
इसके बाद फिजिशियंस के लिए एक सत्र आयोजित किया जाएगा, जहां इंसुलिन को लेकर अपडेट दिया जाएगा। इस आयोजन में पिछली एक सदी के दौरान हुए इंसुलिन के विकास को समझने के लिए शहर के नामी डॉक्टर एक साथ आएंगे। इसके अलावा वे क्रिटिकल एवं नॉन क्रिटिकल केयर में इंसुलिन के उपयोग, नॉवेल इंसुलिन की भूमिका और यात्रा के दौरान इंसुलिन लेने के बारे में भी चर्चा करेंगे। इस सत्र का आयोजन सुबह 9:30 बजे किंग्सवे हॉस्पिटल के ऑडिटोरियम में किया जाएगा।
इसके बाद दोपहर के सत्र में सभी नर्सेज को इंसुलिन वर्कशॉप में आमंत्रित किया जाएगा, जहां दोपहर 2:30 बजे इंसुलिन थेरेपी के अलावा इंजेक्शन की टेक्निक एवं संरक्षण और दूसरे विषयों पर भी चर्चा की जाएगी। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन नागपुर एवं किंग्सवे हॉस्पिटल मिलकर इस वर्ल्ड डायबिटीज़ डे पर बहुत सी उपयोगी गतिविधियों में शामिल होंगे।
इन कार्यक्रमों की संकल्पना किंग्सवे हॉस्पिटल के डायरेक्टर एवं एम ई एस के सचिव डॉ प्रमोद गांधी ने की है। इसमें आईएमए के अध्यक्ष डॉ संजय देवतले, आई एम ए के माननीय सचिव डॉ सचिन गाठे, किंग्सवे हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ प्रकाश खेतान, एपीआई के अध्यक्ष डॉ अजय कडस्कर, एपीआई के सचिव डॉ संदीप खरकर, डीएआई की अध्यक्ष डॉ प्राजक्ता देशमुख, डीएआई के सचिव डॉ पीयूष खेड़े, एएमएफ के अध्यक्ष डॉ शंकर खोबरागड़े, एएमएफ के सचिव डॉ नितिन वडसकर, एमईएस के अध्यक्ष डॉ मनोज चड्ढा, संयोजक – डॉ प्रशांत राठी, डॉ हर्षवर्धन बोरा, डॉ अतुल सोमानी और अन्य डॉक्टरों एवं स्टाफ का विशेष समर्थन मिला।