कृषि के साथ-साथ क्षतिग्रस्त मकानों का पंचनामा बनाकर तत्काल मदद जाहिर करें सरकार- अजीत पवार
गडचिरोली दिनांक 28 जुलाई ( प्रतिनिधी )
विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार विदर्भ दौरे पर हैं. आज उन्होंने गडचिरोली जिले में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने किसानों के बांधों में जाकर उनसे सीधे बातचीत कर उनकी समस्याओं के बारे में जाना।
पवार ने मांग की कि सरकार को तुरंत राज्य में बाढ की घोषणा करनी चाहिए और किसानों को राहत देनी चाहिए. साथ ही पवार ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री को मुंबई में बैठकर फैसला नहीं लेना चाहिए, बल्कि वास्तविक निरीक्षण करना चाहिए.
विदर्भ में भारी बारिश से लाखों हेक्टेयर कृषि जलमग्न हो गई है और किसान बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. गढ़चिरौली जिले के 12 तालुकों में भारी बारिश के कारण स्थिति गंभीर हो गई है. कई लोगों की जिंदगी तबाह हुई है और खेती को भी काफी नुकसान हुआ है. आज अजीत पवार ने भारी बारिश प्रभावित क्षेत्र का सीधा दौरा किया. किसानों से पूछताछ की गई।
इस दौरान किसानों ने उनसे शिकायत की कि अभी तक पंचनामा नहीं हुआ है. इसके बाद कलेक्टर कार्यालय में समीक्षा बैठक की गई। किसानों के नुकसान का पंचनामा अभी तक नहीं हुआ है। उन्होंने समीक्षा बैठक में अधिकारियों को इसे अविलंब करने और सरकार को रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया.
अजीत पवार ने मांग की है कि राज्य में 10 लाख हेक्टेयर भूमि बाढ़ से प्रभावित हुई है और बाढ़ के पानी में कृषि के कारण किसानों को भारी नुकसान हुआ है. बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए घरों का कृषि के साथ-साथ पंचनामा बनवाएं और नागरिकों को तत्काल सहायता प्रदान करें। यह उनका आंतरिक मामला है कि धन केंद्र सरकार से लाया जाए या राज्य सरकार द्वारा दिया जाए। लेकिन पवार ने यह भी कहा कि मदद समय पर मुहैया कराई जानी चाहिए. साथ ही पवार ने यह भी कहा कि विधानसभा का सत्र बुलाने की तत्काल जरूरत है.